बासमती चावल
पबलिश्ड ऑन: 01/05/2019सीहोर जिले के बुदनी क्षेत्र में बासमती चावल लगाया जाया है जो प्रदेश में प्रसिद्द है। जिले में कुल धान 31866 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाया जाता है तथा इसका वार्षिक उत्पादन 134532 में. टन है। जबकि बासमती धान 16532 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाया जाता है तथा इसका वार्षिक उत्पादन 57862 में. टन है। जिले में […]
औरगणेश मंदिर सीहोर
पबलिश्ड ऑन: 29/04/2019सिद्ध गणेश मंदिर उ-पश्चिम दिशा में गोपालपुर गांव में स्थापित है, गणेश मंदिर जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर है। पौराणिक कथा के अनुसार, यह उज्जैन के विक्रमादित्य के समय का है और मराठा पेशवा बाजीराव के द्वारा नवीनीकृत किया गया है। प्रत्येक बुधवार, बड़ी संख्या में भक्त यहां दर्शन को आते हैं, गणेश चतुर्थी […]
औरशरबती गेहू
पबलिश्ड ऑन: 28/04/2019“शरबती” गेहू देश में उपलब्ध गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है। शरबती गेहू की सीहोर क्षेत्र में बहुतायत में पैदावार की जाती है । सीहोर क्षेत्र में एक काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है जो शरबती गेहू के उत्पादन के लिए उपयुक्त है। शरबती गेहू को द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है, क्योकि इसका […]
औरकचौरी
पबलिश्ड ऑन: 28/04/2019कचौरी सीहोर का एक जायकेदार व्यंजन है जो की सामान्यतः नाश्ते में ली जाती है। सीहोर की कचौड़ी मालवा क्षेत्र में लोकप्रिय है, इसके वैकल्पिक नाम कचौड़ी कचुरी और तले हुए गुलगुले हैं। यह एक मसालेदार स्नैक है यह ज्यादातर रेस्तरां और होटलों में आसानी से उपलब्ध है। कचौड़ी आमतौर पर एक गोल चपटी गेंद […]
औरकुंवर चैनसिंग की समाधी
पबलिश्ड ऑन: 15/04/2019कुंवर चैन सिंह की समाधी : कुंवर चैनसिंह समाधी सीहोर – इंदौर रोड पर लोटिया नदी के तट पर दशहरा वाला मैदान में 2 किमी दूर हैं। ये समाधियां नरसिंहगढ़ स्टेट के देशभक्त युवराज चैनसिंह और ब्रिटिश पोलिटिकल मिस्टर मंशांक के बीच की ऐतिहासिक लड़ाई की याद दिलाते हैं। सन 1824 में सर्वप्रथम नरसिंह ग्रह […]
औरऑल सेंट्स चर्च
पबलिश्ड ऑन: 15/04/2019ऑल सेंट्स चर्च का निर्माण सन 1838 में ब्रिटिश पोलिटिकल एजेंट द्वारा बनाया गया था, जो स्कॉटलैंड से संबंधित था। यह इमारत स्कॉटलैंड के एक चर्च की सटीक प्रतिकृति है और यहां तक कि मुख्य रूप से लंबे बांस के पेड़ों सहित आसपास की हरियाली, मूल से मेल करने के लिए डिज़ाइन की गई थी। […]
औरसरु मरू की गुफाये
पबलिश्ड ऑन: 15/04/2019सरु मारु एक प्राचीन मठ परिसर और बौद्ध गुफाओं का पुरातात्विक स्थल है। यह स्थल सीहोर जिले के बुधनी तहसील के ग्राम पान गुराड़िया के पास स्थित है। यह स्थल सांची से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। इस स्थल में कई स्तूपों के साथ-साथ भिक्षुओं के लिए प्राकृतिक गुफाएं भी हैं। गुफाओं में कई बौद्ध […]
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